Teacher time se nahi aate school: पूर्णिया के एक स्कूल में घंटों लेट आते हैं शिक्षक, एक दिन पहले बनाते हैं उपस्थिति

Teacher time se nahi aate school: पूर्णिया के एक स्कूल में घंटों लेट आते हैं शिक्षक, एक दिन पहले बनाते हैं उपस्थिति

Teacher time se nahi aate school

विद्यालय में उपस्थित ग्रामीण

कुमारी आरती@पूर्णिया

पूर्णिया जिले में एक ऐसा भी विद्यालय है जहां पर एक दिन पहले शिक्षक द्वारा आपना हाजिरी बनाने का काम करते हैं। और तो और इस विद्यालय के कई शिक्षक सयय पर भी नहीं आते हैं जबकि लोकल ग्रामीणों द्वारा समय पर नहीं आने वाले शिक्षकों को कई बार समय पर उपस्थित होने के लिए भी कहा गया उसके बावजूद विद्यालय के शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते है। जबकि आप लोग भी जानते हैं कि 9 बजे ही सभी शिक्षक को विद्यालय आने का समय है उसके बावजूद भी यदि कोई शिक्षक 10 बजे विद्यालय पहुंचते है या 11 बजे विद्यालय पहुंचते है तो वह शिक्षक अपना ही मनमानी चला रहा है जिसको लेकर के ग्रामीणों के द्वारा कई बार उन सभी शिक्षकों को समय पर आने के लिए कहा भी गया है उसके बावजूद भी यदि शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं आने के बाद ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी गुस्सा हो गया। इस बात की ग्रामीणों ने खुद एक दिन जांच पड़ताल करने की मन बनाई और सुबह-सुबह 8:30 बजे ही विद्यालय गेट पर पहुंचकर सभी शिक्षक का इंतजार करने लगे। इंतजार इस बात का करने लगे कि हम लोग देखते हैं कि विद्यालय के शिक्षक कितना बजे पहुंचते हैं और एक-एक कर सभी शिक्षक का टाइमिंग का इंतजार करने लगे। वही ग्रामीण के द्वारा विद्यालय गेट पर शिक्षक के आने का समय का इंतजार किया जाने लगा तो समय 9 बजे ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक विद्यालय पहुंच गए। लेकिन अन्य शिक्षक सही मायने में 9 बजे विद्यालय नहीं पहुंचा। उसे समय भी ग्रामीणों ने दिमाग लगाया 9 बजे नहीं पहुंच पाया तो 5 से 10 मिनट लेट हो सकता है अधिक से अधिक 30 मिनट भी लेट हो सकता है लेकिन घंटों बाद विद्यालय आना यह सही महीने में साबित कर रहा है कि इस विद्यालय के शिक्षक रोजाना यही काम करते हैं जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी गुस्सा है। ग्रामीणों द्वारा जब शिक्षक का इंतजार किया गया और जो शिक्षक के बारे में ग्रामीणों को लगातार शिकायत मिल रही थी वह शिक्षक विद्यालय 10:15 बजे पहुंचे। उसके साथ-साथ अन्य शिक्षक इसके बाद भी विद्यालय आए।‌ उसको लेकर ग्रामीणों में काफी गुस्सा भी उत्पन्न हो गया। ग्रामीणों ने उन शिक्षक से भी काफी पूछताछ किया तो शिक्षकों ने अपना तरह के बातें भी लोगों को कहने लगा।

 

विद्यालय में 1 दिन पहले उपस्थिति बनाने का मामला

 

वही ग्रामीणों को शिकायत मिल रही थी की एक शिक्षक ऐसा भी है जो विद्यालय में एक रोज पहले ही अपना हाजरी बना कर चल जाते हैं। ग्रामीणों के द्वारा लेट से विद्यालय पहुंचे शिक्षक से काफी पूछताछ भी किया गया कि इतना लेट क्यों हुआ। इसी दौरान 10:15 बजे के बाद जो शिक्षक आए थे उससे भी पूछताछ की गई तो पता चला कि एक शिक्षक के द्वारा शुक्रवार को जब वह विद्यालय आए थे तो अपना हाजिरी अगले दिन का भी यानी शनिवार का भी हाजरी शुक्रवार को ही उक्त शिक्षक के द्वारा बना दिया गया था। जब ग्रामीणों द्वारा शिक्षक से पूछा गया कि शनिवार को जब आप लेट आए तो आपका उपस्थिति कैसे बना हुआ है तो उक्त शिक्षक ने अपना जवाब दिया कि हम पहले स्कूल आ गए थे और हमने अपना उपस्थिति बनाकर अपना दवाई लेने के लिए मेडिकल पर चले गए थे। जब भी ग्रामीणों ने कहा कि हम तो 8:30 बजे से ही विद्यालय गेट पर थे 9 बजे विद्यालय के प्रधानाध्यापक आए और उन्हीं के द्वारा ताला भी खोला गया तो फिर आप कब चले गए उसके बावजूद भी उक्त शिक्षक के द्वारा बताया गया कि नहीं हम पहले विद्यालय आए थे तबीयत खराब रहने के कारण हमने दवाई लाने के लिए मेडिकल गए थे। ग्रामीणों के माने तो उक्त शिक्षक पहले नहीं आए थे शुक्रवार को ही शनिवार का भी अपना उपस्थिति बनाकर चले गए थे। ग्रामीणों ने यहां तक भी आरोप लगा दिया कि उक्त शिक्षक शनिवार का उपस्थिति शुक्रवार को ही बना देता है और शनिवार को विद्यालय नहीं आते हैं उसके बाद डायरेक्ट सोमवार को ही उक्त शिक्षक विद्यालय आने का मामला है। जब हम लोग विद्यालय आए तो सही मायने में देखा भी गया कि शुक्रवार को ही उक्त शिक्षक के द्वारा शनिवार का उपस्थिति शुक्रवार को ही बना लिया गया था। यह पूरा मामला पूर्णिया जिले के बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के एक विद्यालय से जुड़ा हुआ है।

 

पूर्णिया जिले के किस विद्यालय का है यह पूरा मामला

 

पूर्णिया जिले के बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत महाराजगंज एक पंचायत के मध्य विद्यालय चकमका में शिक्षक का समय पर विद्यालय नहीं आने और विद्यालय में एक शिक्षक ऐसा भी है जिसे शुक्रवार को प्रधानाध्यापक के द्वारा प्रभार मिलने के बाद वह शनिवार का भी उपस्थिति बनाने और शनिवार को घंटों लेट से विद्यालय आने का मामला प्रकाश में आया है। इस बात की जानकारी तब हुई जब शनिवार को कई ग्रामीण विद्यालय पहुंचा तो इस बात का जानकारी लोगों को मिला। वही मध्य विद्यालय चकमका का अध्यक्ष प्रतिनिधि रघुनंदन पासवान, सेवानिवृत शिक्षक महेश्वरी भारती, उप सरपंच प्रतिनिधि राजेश शाह,उप मुखिया प्रतिनिधि छठ्ठू मंडल, ग्रामीण रंजन शाह, संजय शाह, रविंद्र यादव मोहम्मद मजलूम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय के कई शिक्षक 10 से 11 बजे तक विद्यालय पहुंचते हैं। वही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हम लोगों को यह भी जानकारी बहुत पहले से मिल रहा था की स्कूल के एक शिक्षक शुक्रवार को ही शनिवार का भी अपना उपस्थिति बना देता है और वह शनिवार को विद्यालय नहीं आता है। शुक्रवार के बाद सोमवार को ही वह विद्यालय में उपस्थित होता है। वही विद्यालय में जो शिक्षक समय पर नहीं आते थे उनको कई बार विद्यालय अध्यक्ष प्रतिनिधि रघुनंदन पासवान के द्वारा समय पर आने के लिए बोला भी गया। उसके बावजूद भी शिक्षक समम पर विद्यालय नहीं आते थे। शिक्षक का समय पर विद्यालय नहीं आने को लेकर यहां के ग्रामीणों में काफी गुस्सा था इसी मामले की जांच पड़ताल करने को लेकर शनिवार को 8:30 बजे ही हम सभी ग्रामीण विद्यालय गेट पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल करने लगे। ग्रामीण लोग को गेट पर पहुंचने के बाद 9 बजे विद्यालय के प्रधानाध्यापक विद्यालय पहुंचे और उन्हीं के द्वारा विद्यालय में लगा ताला भी खोला गया। वही 10:15 बजे बाद शिक्षक विशंभर प्रसाद भी विद्यालय पहुंचे। और इसी दौरान हम लोगों को यह भी बात पता चला कि शुक्रवार को विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद शकील दोपहर में विद्यालय के शिक्षक विशंभर प्रसाद को प्रभार देकर किसी काम से बाहर चले गए थे। और दोपहर बाद शिक्षक विशंभर प्रसाद ही विद्यालय प्रभार में थे। हम ग्रामीण लोगों के द्वारा शिक्षकों से जानकारी प्राप्त करने के बाद इस बात का भी पता चला कि शिक्षक विशंभर प्रसाद के द्वारा अगले दिन शनिवार का भी अपना उपस्थित शुक्रवार को ही बना दिया था। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि मध्य विद्यालय चकमका के शिक्षक विशंभर प्रसाद साथ-साथ एक अन्य शिक्षक और दो शिक्षिकाएं विद्यालय घंटों लेट से आते हैं। जबकि विद्यालय लेट पहुंचने वाले शिक्षक शिक्षिकाएं को ग्रामीणों के द्वारा कई बार समय पर आने के लिए बोला भी गया उसके बावजूद भी शिक्षक शिक्षिकाएं विद्यालय समय से नहीं पहुंचते हैं‌। वही मध्य विद्यालय चकमका के शिक्षक विशंभर प्रसाद से जब बात की गई कि आपने शुक्रवार को ही शनिवार का भी अपना उपस्थिति बना दिए तो उन्होंने बताया कि शनिवार को हम पहले विद्यालय पहुंचे थे पहुंचने के बाद उपस्थिति बनाने के बाद तबीयत खराब रहने के कारण दवाई यानी टैबलेट लाने के लिए मेडिकल चले गए थे। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग 8:30 बजे से ही विद्यालय के गेट पर थे विद्यालय तो प्रधानाध्यापक के द्वारा खोला गया तो शिक्षक विशंभर प्रसाद कब पहुंच गए। और गेट बंद रहने के बावजूद भी वह कैसे हाजिरी बना सकते हैं उसके द्वारा शुक्रवार को ही शनिवार का अपना उपस्थिति बनाया गया है।

 

प्रधानाध्यापक ने भी कहा की विशंभर प्रसाद ने एक दिन पहले अपना उपस्थित बनाकर गलती किया है

 

वही बनमनखी प्रखंड अंतर्गत महाराजगंज एक पंचायत के मध्य विद्यालय चकमका के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद शकील से जब इस विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार को दोपहर में हमने विद्यालय के शिक्षक विशंभर प्रसाद को प्रभार देकर हम बीआरसी चले गए थे शिक्षक विशंभर प्रसाद के द्वारा शनिवार का भी उपस्थित शुक्रवार को ही बना दिया गया था एक दिन पहले अपना उपस्थिति बनाने का विशंभर प्रसाद के द्वारा गलती किया गया है। साथ ही प्रधानाध्यापक ने बताया कि शनिवार को हम 9 बजे विद्यालय पहुंचे तो उस समय गेट पर ग्रामीण था लेकिन विशंभर प्रसाद विद्यालय नहीं पहुंचे थे और विद्यालय का ताला भी मेरे द्वारा ही खोला गया था।

 

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बोली विद्यालय की किया जाएगा जांच पड़ताल

वही बनमनखी प्रखंड क्षेत्र के महाराजगंज एक पंचायत के मध्य विद्यालय चकमका मामले को लेकर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बनमनखी रेखा कुमारी से बात की गई कि मध्य विद्यालय चकमका का शिक्षक शनिवार का भी उपस्थिति शुक्रवार को ही बना देते हैं और विद्यालय लेट से आते हैं तो उन्होंने बताया इस बात की जानकारी हमें नहीं है मामले की जांच पड़ताल किया जाएगा। साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बनमनखी ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक के द्वारा एक दिन पहले अपना उपस्थिति बनाना गलत है जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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